Hastmaithun Ke Nuksan in Hindi | हस्तमैथुन के नुकसान | Masturbation SIde Effects in Hindi | Muth marne se kya nuksan hota hai | Hastmaithun karne ke nuksan

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शीघ्रपतन, नपुंसकता (नामर्दी), स्वपनदोष, लिंग इन्द्री के सारे रोग, हस्तमैथुन करने से शरीर के अन्य सभी अंगों में आने वाली सभी तरह की कमजोरियों का आयुर्वेदिक, होम्योपैथिक, योगा, एक्युप्रेशर और नेचुरोपैथी थैरेपी द्वारा परमानेंट इलाज की अब सभी बुक्स एक ही बुक के पैक में।


हस्तमैथुन | Hastmaithun | गुदामैथुन | Masturbation | Hand Practice | Muth Marne Ke Nuksan or Hani in Hindi Me | Muth marne se kya nuksan hota hai

आज हम एक मुद्दे पर Discussion करेंगे और वो मुद्दा है कि ”Muth marne se kya nuksan hota hai ?”.हमारे पास रोजाना 200-300 लोगों का सवाल ये ही होता है कि सर क्या Hastmaithun Ke Nuksan या Hani है, क्या Hastmaithun karne ke nuksan होता है और ये क्यों नही करना चाहिए?
अपने हाथ से लिंग को तेजी के साथ गति देकर वीर्य को निकाल देना ही हस्तमैथुन कहलाता है। हस्तमैथुन को दूसरी भाषा में आत्ममैथुन भी कहते हैं। किशोर अवस्था में अधिकांश युवक हस्तमैथुन की क्रिया को अंजाम देना शुरू कर देते हैं।

Hastmaithun ka hota hai
कई पुरुष अपने मित्रों को हस्तमैथुन करते देखकर खुद भी यह कार्य करने लगते हैं। हस्तमैथुन को बढ़ावा देने वाली वह किताबें भी होती है जो सेक्स क्रिया को जगाती है। हस्तमैथुन वे किशोर व जवान व्यक्ति करते हैं जो आवारा किस्म के, अपनी जिंदगी के बारे में न सोचने वाले तथा अपनी पढ़ाई के बारे में बिल्कुल भी ध्यान नहीं देते हैं।

what is masturbation ?

आजकल लगभग हर युवा पार्ट्नर के अभाव में अपनी सेक्स की इच्छा को मिटाने के लिए हस्तमैथुन को अपनाता है. जिससे वो जाने अंजाने में अपने सरीर को खराब कर लेता है. और कई सेक्स समस्याओं का राजा बन जाता है ।

हस्तमैथुन से लिंग को नुकसान - 

आज हम आपको हस्तमैथुन से होने वाले नुक़सानों के बारे में बताते हैं. कि हम लोग कैसे अपने पैर पर कुल्हाड़ी मारते हैं ? आप सभी लोग जानते है की हमारे लिंग में कोई हड्डी नही होती है लेकिन सेक्स के टाइम यह बहुत सख़्त हो जाता है एसा क्यों होता है??

क्या होता है कि जब हम लोग सेक्स करते है या सेक्स करने की भावना मन में लाते है तो कुछ हारमोन Active हो जाते हैं. इन हारमोन का काम लिंग में का काम खून का प्रवाह और प्रवाह दर को बढ़ाना होता है. लिंग में यह खून का प्रवाह छोटी छोटी नसों में होता है. हमारे लिंग में 10-15 हज़ार छोटी छोटी नसें होती है जो सेक्स के टाइम लिंग को मजबूत करती है और ये नसें खून प्रवाह के साथ आकार भी बढ़ा लेती है. और लिंग का साइज़ बढ़ जाता है ।

आप सभी लोगों ने पढ़ा है कि जब दो चीज़ों को रगड़ा जाता है तो गर्मी उत्पन होती है.लोग बहुत बुरे तरीके से हस्तमेथुन करते है. अपने हाथों से बुरी तरह बल लगाते है. जिससे हाथ की हथेली की गर्मी लिंग की नसों को गर्म करती है और लिंग की नसों को बुरी तरह दबाती भी है. हाथ की गर्मी से कुछ नसें दब जाती है और कुछ नसें बिल्कुल ही मर जाती है और इन नसों से खून प्रवाह या तो बंद हो जाता है या बहुत ही कम हो जाता है कुछ दिनों तक हस्तमैथुन का बहुत मज़ा आता है लेकिन शादी के बाद पता चलता है कि मेरा मज़ा लेने का टाइम जा चुका है और अब बारी आती है इन सब परेशानियो का इलाज खोजने की और पैसे बर्बाद करने की.

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Hastmaithun Ke Nuksan Hindi Me

हस्तमैथुन के दौरान लिंग के उतक में चोट पहुंचती है और यह उतक शतिग्रस्त हो जाते है जिससे लिंग के बड़े प्रकोष्ट (कार्पस केवेरनोसम) में रक्त इकट्टा नही हो पता जिससे लिंग में उत्तेजना आनी बंद हो जाती कभी कभी तो यह एक बहुत खतरनाक रूप धारण कर लेती है जिसमे व्यक्ति को उत्तेजना आना सदेव के लिए समाप्त हो जाती है और व्यक्ति नपुंसक हो जाता है ! हस्थमैथुन अति-उत्तेजना में किया जाए तो इससे शीघ्रपतन का खतरा है। कुछ लोगों में यही आदत विवाह के पश्चात भी बनी रहती है और वे शर्मिंदा होते हैं। अति-उत्तेजना से लिंग को चोट (injury) भी लग सकती है। नसों पर अधिक दवाब पड़ सकता है।

Hastmaithun ke side effects in Hindi

आइए अब हम संक्षेप मे जानते है कि Hastmaithun से हम लोग क्या नुकसान कर चुके है -

⍟ हस्थमैथुन से शरीर का कमजोर होना और तेज में कमी आना, आँखों का धसना एवं उनके नीचे कालिमा आना, गालो का धसना , वीर्य का कम और पतला होना , शीघ्र-पतन , वंशवृद्धि में असमर्थता एवं स्थाई नपुंसकता (Permanent impotency) होना इत्यादि हैं ।
⍟ हस्थमैथुन करने वाला एक तरह का निन्दित, निकृष्ट एवं हेय कृत्य करता है।
⍟ वीर्य का स्खलित होना ओज को कम करता है एवं शरीर एवं मन को दुर्बल करता है।
⍟ इससे संकल्प शक्ति का ह्रास होता है।
⍟ यह बचपन में की हुई भूल है जिसका खामियाजा बड़े होने पर भुगतना पड़ता है।
⍟ इससे वैवाहिक जीवन में कई दिक्कतें आती हैं जैसे- पत्नी को संतुष्ट न कर पाना, शीघ्र पतन, स्वप्न दोष, लिंग का छोटा एवं पतला होना, वीर्य का कम एवं पतला होना, शुक्रानुओ की संख्या में कमी होना इत्यादि।
⍟ ज़्यादा Masturbation करने से यौन अंग कमजोर पड़ जाते हैं।


⍟ जरूरत से ज़्यादा हस्तमैथुन के कारण व्यक्ति सामाजिक जीवन से कटने लगता है। उसे अकेलापन ही अच्छा लगने लगता है, जो हानिकारक है।
⍟ अत्याधिक हस्तमैथुन से व्यक्ति के यौन अंगों में संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है।
⍟ ज़्यादा हस्तमैथुन करने से पुरुष संभोग करने के काबिल नहीं रहता है
⍟ अधिक हस्तमैथुन करने से पुरुष का वीर्य ज्यादा पतला हो जाता है और वह संतान पेदा करने के क़ाबिल नही रहता
⍟ हस्तमैथुन का आदि पुरुष अपनी स्त्री को आनंद नहीं दे पाता है
⍟ हस्तमैथुन करने से क्या पुरुष मानसिक और शारीरिक रूप से कमजोरी महसूस करने लगता है
⍟ अधिक हस्तमैथुन करने की वजह से लिंग एक तरफ झुक जाता है और इस अवस्था में भी किसी पुरुष का लिंग ठीक स्थिति में खड़ा नहीं हो सकता है।
⍟ अधिक Masturbation करने की वजह से पुरुष लिंग (शिश्न) के अंदर उत्तेजना पैदा न होना, लिंग का योनि के अंदर प्रवेश न करना, सही तरीके से मिलन न होना, शीघ्रपतन जेसे रोग पैदा हो जाते हैं
⍟ अधिक मात्रा में हस्तमैथुन करने से शरीर के अंदर कई प्रकार के रोग पैदा हो जाते हैं जैसे- चेहरे की चमक समाप्त हो जाना, आंखों के नीचे काले गड्डे पड़ जाना, शरीर के विकास का रुक जाना, कमर के अंदर हमेशा दर्द बने रहना, शरीर की कमजोरी, कुछ भी खाने-पीने का मन न करना तथा किसी भी कार्य को करने में जी न लगना आदि लक्षण महसूस होने लगते हैं। कभी-कभी तो हस्तमैथुन करने के कारण बेचैनी, गुस्सा, मानसिक उत्तेजना तथा मन में हीन भावना बढ़ने लगती है।

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आइये जानते है विस्तार से - Hastmaithun Kya Hota Hai

हम पहले ही बता चुके है कि अपने हाथ से लिंग को तेजी के साथ गति देकर वीर्य को निकाल देना ही हस्तमैथुन कहलाता है। हस्तमैथुन को दूसरी भाषा में आत्ममैथुन भी कहते हैं। किशोर अवस्था में अधिकांश युवक हस्तमैथुन की क्रिया को अंजाम देना शुरू कर देते हैं। कई पुरुष अपने मित्रों को हस्तमैथुन करते देखकर खुद भी यह कार्य करने लगते हैं। हस्तमैथुन को बढ़ावा देने वाली वह किताबें भी होती है जो सेक्स क्रिया को जगाती है। हस्तमैथुन वे किशोर व जवान व्यक्ति करते हैं जो आवारा किस्म के, अपनी जिंदगी के बारे में न सोचने वाले तथा अपनी पढ़ाई के बारे में बिल्कुल भी ध्यान नहीं देते हैं।
Muth marne se kya nuksan hota hai हस्तमैथुन ऐसी क्रिया है जिसमें रोगी अकेले में अपने ही हाथो से लिंग को घिसकर अपने वीर्य को निकालता रहता है। इसको करने से मानसिक और शारीरिक रोग पैदा हो जाते हैं। मानसिक रोगी दूसरों के सामने भी हस्तमैथुन करने से नहीं हिचकिचाता है।
यह कार्य अविवाहित व्यक्ति ज्यादा करते है। यह कार्य स्त्रियां भी कर लेती है। अपनी योनि पर उंगुलियों से रगड़कर वे भी स्खलित कर लेती है यह भी हस्तमैथुन का ही रोग कहलाता है।ये एक प्रकार की गन्दी और बुरी आदते हैं जो कुसंगति तथा सैक्स के बारे में अनुचित सोच-विचार करने के कारण पुरुषों को हो जाती हैं। ये आदतें जब एक बार पड़ जाती हैं तो बड़ी मुश्किल से छूटती हैं। प्राकृतिक मैथुन (संभोग क्रिया) स्त्री तथा पुरुष के संयोग से होता है लेकिन जिस क्रिया में लिंग को हाथ से मलकर वीर्यपात कराया जाता है उसे हस्तमैथुन कहते हैं।

जब अस्वाभाविक तरीके से वीर्यपात के लिए और भी अन्य तरीके व्यक्ति काम में लाता हैं जिन्हें गुदामैथुन या पशुमैथुन कहते हैं। इस प्रकार की गलत आदतों के कारण रोगी व्यक्ति का स्वास्थ्य दिन-प्रतिदिन गिरता जाता है तथा उसे भयंकर दुष्परिणाम भुगतने पड़ते हैं। जब व्यक्ति को इसके दुष्परिणामों के बारे में पता चलता है तो वह बहुत घबरा जाता है। इसके कारण रोगी व्यक्ति को नपुंसकता रोग भी हो जाता है। शरीर के हर अंग को हस्तमैथुन से प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रुप से नुकसान होता है जो समय के साथ पता चलते है

हस्तमैथुन जिसे बोलचाल की भाषा में hand practice या मुठ मारना भी कहते हैं; खुद से अपने शरीर के अंगों को छू कर सेक्स की उत्तेजना अनुभव करना का एक तरीका है, जिसमे अकसर व्यक्ति orgasm, ejaculation या climax तक पहुँच जाता है, यानि उसका sperm उसके penis (लिंग) या vagina ( योनी) से बाहर निकल आता है। पुरुष आमतौर पर ऐसा अपने erected penis को हाथ में लेकर उसे आगे-पीछे करते हैं जब तक कि वे क्लाइमेक्स तक ना पहुँच जाएं जबकि महिलाएं अपनी उँगलियों से वैजाइना को छू कर ये काम करती हैं। हस्तमैथुन या masturbate करने से पहले किसी उत्तेजक फोटो या विडियो को देखना या बस यूँही कुछ बेहद सेक्सी imagine करके अपने sexual parts को उत्तेजित करना भी इसका एक हिस्सा है।

आइये विस्तार से जानते है कि Muth Marne Se Kya Nuksan Hota Hai.

Hastmaithun Ke Nuksan हस्तमैथुन के दुष्परिणाम Side Effect और हानियाँ

Hastmaithun Ke Nuksan (हस्तमैथुन के दुष्परिणाम) इस प्रकार हैं:-

पाचन तंत्र पर बुरा असर होना

अच्छी सेहत के लिए हमारे पाचन तंत्र का ठीक होना बहुत जरुरी होता है. पाचन तंत्र हमारे शरीर की वह मशीन होती है जो भोजन में से निचोड़ निकालकर हमारे शरीर को देती है. जिससे हमारा शरीर बलवान और स्वस्थ रहता है. अगर पाचन तंत्र ख़राब हो जाए तो हमारी सेहत कमजोर होने लगती है. हस्तमैथुन करने से हमारे चयापचय (chayapachay) पर बुरा असर पड़ता है. हस्तमैथुन हमारे पाचन तंत्र को प्रभावित कर देता है. जिस कारण हमारा पाचन तंत्र बहुत ही मंद गति से अपना कार्य करता है और खाना सही ढंग से पचने में काफी समय लगता है. हस्तhमैथुन करते वक्त जो पहला गीला द्रव निकलता है उसमे प्रोटीन (protin) होता है. जो सेल संरचनाओं के लिए आवश्यक होता हैं. आप यह जरुर जानते होंगे की प्रोटीन हमारे शरीर (body) के लिए कितना अहम है. इसका लगातार स्खलन आपको दुबला (dubla) बना देता है. इसलिए अच्छे paachan Tantra बनाये रखने के लिए हस्तमैथुन से दूरी बनाये.


लिंग संबंधी Problems

लिंग संबंधी गड़बड़ी निम्नलिखित कारणों की वजह से हो सकती है-
शिश्न (लिंग) का बहुत ही छोटा होना।
अण्डकोष बहुत ही नरम तथा छोटे होना।
लिंग का टेढा होना।
अण्डकोष का पेट में धंसा होना।
वे पुरुष जिसके अंदर स्त्रियों वाले गुण हो।
अक्सर हस्तमैथुन करने से हमारा शरीर इसका आदि हो जाता है जिसकी वजह से व्यक्ति रोजाना या दिन में कई बार करने लगता है |
हस्तमैथुन करने से हथेली की मजबूत पकड़ और उसकी गर्मी के कारण लिंग में समय के साथ मोटापन विकसित नहीं हो पाता |
मुठ मारने से लिंग में हल्का या थोडा भी घर्षण लगने पर अक्सर इसमे उत्तेजना होने लगती है |
30-35 साल की उम्र तक पहुचते पहुचते लिंग में तनाव आना कम होने लगता है, धातु रोग हो जाता है | अधिक हस्त मैथुन से लिंग में टेड़ापन आ जाता है जिसके कारण व्यक्ति सही से सेक्स नही कर पता है | अधिक हस्तमैथुन करने वाले युवको में अक्सर देखा गया है की आगे चलकर उनके लिंग में तनाव आना बहुत कम हो जाता है |
युवक स्त्री के समक्ष ज्यादा देर टिक नहीं पाता है और पलभर में ही शांत हो जाते है | अधिक मात्रा में करने से 22 से 27 साल की उम्र में ही धातु रोग होने की सम्भावना 90% तक बढ़ जाती है |
अधिक मात्रा में मुठ मारने वाला युवक अक्सर बिस्तर में महिला को कभी संतुष्ट नहीं कर पाता है!
शास्त्रों में इस के लिए भ्रमचर्या के पालन के बारे में जोर दिया गया है |मूत्र त्याग के समय लिंग से धातु चिपचिपे और तारयुक्त प्रदार्थ के रूप में गिरने लगता | जो धातु रोग की निशानी है | युवा अक्सर स्खलन से समय लिंग को दबाकर रोकने की कोशिश करते है जो जिससे लिंग की नसे और लिंग को बहुत नुकसान पहुचता है | स्खलन को कभी रोकना नहीं चाहिए |
अधिकतर हस्तमैथुन करने वाले युवको को आगे चलकर लिंग में स्खलन के बाद दर्द का अनुभव होता है और एक बार स्त्री से सम्भोग करने के बाद दोबारा उसमे उत्तेजना आने में कई घंटे लग जाते है |
शरीर में वीर्य की कमी होना मास्टरबेशन को लेकर सबसे ज्यादा यह सवाल किया जाता है- ‘क्या इससे नपुंसकता होती है?’ सही जवाब है- नहीं। जब कोई पुरुष मास्टरबेट करता है, तो अंत में उसका वीर्य स्खलित होता है। हां, यह बात अलग है कि जो लोग इसे आदत बना लेते हैं और रोजाना करते हैं। उनके शरीर में बाकी लोगों के मुकाबले वीर्य की मात्रा कम हो जाती है। लगातार मास्टरबेट करने से वीर्य की मात्रा खत्म हो जाती है, लिहाजा तब तक इसे नहीं करना चाहिए, जब तक उतनी मात्रा में यह शरीर में दोबारा नहीं तैयार हो जाता।

अप्राकृतिक संबंधो का बन जाना

आज हमारे समाज में जिस तरह से यौन अपराध बढ़ रहे है इसमें हस्तमैथुन का बहुत बड़ा रोल है. ऐसे अपराध करने वाले लोग हस्तमैथुन के आदी होते है और यौन इच्छाएं अधिक बढ़ने पर वे अपराध करने लग जाते है. व्यक्ति हस्त मैथुन करते समय हमेशा ही कल्पनाओ में खोया रहता है. इससे उस व्यक्ति की sex के प्रति चाह में निरंतर बढ़ोतरी होती रहती है.
अपनी सेक्स की भूख को शांत करने के लिए वह अवैध संपर्कों की ओर चले जाता है. इससे जाने अनजाने वह कई ऐसी भूल कर देता है जो उसे ज़िन्दगी भर पछतावा देते रहता है. आपकी ज़िन्दगी को हस्तमैथुन की लत बर्बाद कर सकती है. एक बार अगर आपने कोई यौन अपराध कर लिया तो समझ ले आपकी यह ज़िन्दगी तो बर्बाद हो ही गई. इससे बचने का आसान तरीका यही है की जो जड़ है उसे ही हटा दे यानी हस्तमैथुन को अपनी लाइफ से दूर कर दे.

वीर्य में शुक्राणुओ की संख्या में कमी होना

जब आपको masturbation की लत लग जाती है और आप रोज masturbation करने लगते हैं तो इससे आपके विर्य में शुक्राणुओं की संख्या तेजी से कम होने लगती है और इसकी वजह से आपको आगे चलकर पिता बनने में परेशानी हो सकती है। हमारे वीर्य में लाखो की संख्या में शुक्राणु होते है जो हमारे पिता बनने में सहायक होते है.
परन्तु जो लोग रोजाना हस्तमैथुन करते है उनके वीर्य में शुक्राणुओं की संख्या बहुत कम हो जाती है. इसका सबसे बड़ा नुकसान यह होता है जब व्यक्ति की शादी हो जाती है तब उसके बाद उसके वीर्य में शुक्राणुओं (Sperm) की कमी के कारण वह पिता बनने से भी वंचित रह सकता है.
अगर आपके अंदर शुक्राणु कम हो गये तो आप तनाव में आ जायेंगे और यह तनाव आपकी सेहत खराब कर देगा. इसलिए अपने शादी के बाद अच्छे जीवन के लिए अभी से सोचे और इस लत से दूर रहे. कई बार पुरुष बच्चे पैदा करने में सफल नहीं हो पाता है क्योंकि उनके वीर्य में शुक्राणुओं की कमी होती है।
पुरुष के वीर्य के अंदर शुक्राणुओं की कमी होने के कई कारण होते हैं जैसे- पुरुष के लिंग के अंदर संक्रमण होने के कारण, शुक्रवाहिनी में कोई रूकावट होने के कारण, तपती धूप में कार्य करने के कारण, शुक्राणुओं का सही तरीके से तैयार न होने के कारण तथा कई और अन्य प्रकार के प्रभावों की वजह से भी शुक्राणुओं की कमी हो जाती है।

शरीर का कमजोर हो जाना

इस दुनिया में सभी लोग इसलिए मेहनत करने में लगे हुए है ताकि उन्हें एक बेटर लाइफ मिल सके. वे अच्छा खाना खा सके, अच्छी लाइफ बिता सके. पर हस्तमैथुन करने से आप खुद की लाइफ को better बनाने के बजाये और ज्यादा ख़राब बना देते हो. हस्तमैथुन (masturbation) करने से कभी भी आपकी सेहत अच्छी नहीं बन सकती. hastmaithun ke nuksan hindi me यह आपके Body में कमजोरी लाता है.
आपने जरुर नोट किया होगा जब आप हस्तमैथुन कर लेते हो उसके बाद आपके अंदर की शक्ति कम हो जाती है. आपको ऐसा लगता होगा जैसे सारी ताकत खत्म हो गई हो और उसे पाने के लिए आप फिर से अपने लिए कुछ खाने के लिए ढूंढने लग जाते हो. यह बात आप समझ लो की अगर आपको अच्छी सेहत चाहिए तो इस लत से किनारा करना ही होगा वरना एक समय ऐसा भी आएगा जब इस लत के कारण आप अपना अच्छा स्वास्थ्य भी खो दोगे और आपके अंदर कमजोरी पैदा होने लगेगी. जिसका नुकसान होगा की आपकी सेहत तो जाएगी ही साथ में आपके रिश्तो पर भी असर होगा. पुरुष के युवावस्था में कदम रखते ही स्त्री के प्रति आकर्षण होना तो स्वाभाविक ही है। यह बात अलग है कि इस आकर्षण का लगाव कितना बढ़ता है और व्यक्ति इसमें कितना डूब जाता है।
कभी-कभी इस आकर्षण के कारण व्यक्ति में कई तरह की गलत आदतें पैदा हो जाती हैं जैसे- हस्तमैथुन, गुदामैथुन करना आदि। अगर 1 महीने में 2-3 बार हस्तमैथुन कर लिया जाता है तो इसमें कोई बुरी बात नहीं है लेकिन अगर इस क्रिया को रोजाना ही किया जाए तो यह व्यक्ति को शारीरिक और मानसिक तौर पर बीमार कर सकती है। इसी का दुष्प्रभाव आगे चलकर व्यक्ति की सेक्स करने की शक्ति पर पड़ता है और व्यक्ति स्वप्नदोष और शीघ्रपतन जैसे रोगों के घेरे में आ जाता है।
जिसका असर उसकी सेक्स करने की शक्ति पर भी पड़ता है। अच्छा और पौष्टिक भोजन न मिलने के कारण शरीर के कमजोर होने पर और हवा-पानी में गड़बड़ी की वजह से भी सेक्स करने की शक्ति कम हो जाती है। शरीर में मोटापा बढ़ने के कारण भी सेक्स करने की शक्ति में कमी आ सकती है। इस प्रकार की कमजोरियों को दवाईयों के द्वारा भी ठीक किया जा सकता है लेकिन स्थायी नपुंसकता नहीं होनी चाहिए।
आप एक बात बताओ, आप पूरे दिन मेहनत करते हो या अगर स्टूडेंट हो तो अच्छी डाइट लेते हो सिर्फ इसलिए कि आप कभी कमजोर ना पड़ो हमेशा energy से भरे रहो। लेकिन masturbation करने से body बहुत कमजोर हो जाती है और body का energy level बहुत कम हो जाता है। जब body में energy ही नहीं रहेगी तो आप कोई काम नहीं कर सकते।

गालों का पिचक जाना

लगातार masturbation करने से आपके शरीर पर इसका बुरा असर दिखने लगे जाता है और अगर आप ध्यान से देखेंगे तो पायंगे की आपके गाल धीरे धीरे पिचकने लगे हैं।

लिंग में पूरी तरह से तनाव न आना

यौनांग में पूरी तरह से तनाव नहीं आता हैं जिसके कई कारण हैं जैसे- नशीले पदार्थों का सेवन करना, किसी भी तरह का कोई भी तनाव, पागलपन की अवस्था, बहुत अधिक शारीरिक तथा मानसिक मेहनत करना, अधिक मात्रा में धूम्रपान करना, सिर पर गहरी चोट लगना या कोई सदमा लगना, नरवस सिस्टम में किसी तरह की गड़बड़ी हो जाना तथा हार्मोन के बिगड़ जाने की वजह के कारण से भी लिंग (शिश्न) में बिल्कुल भी तनाव पैदा नहीं होता हैं।

नपुंसकता का शिकार बनना

इसके विपरीत नींद न आना, उच्च रक्तचाप, पागलपन का होना तथा अल्सर आदि की दवाओं का रोजाना इस्तेमाल करने से, पुरुष में किसी भी तरह की कमी होने पर, प्रोस्टेट ग्लैंड या मूत्रनली के रोग तथा सिफलिस जैसे यौन रोग होने के कारण शिश्न में पूरी तरह से उत्तेजना नहीं होने के कारण कई बार मनुष्य अच्छी तरह से संभोग क्रिया नहीं कर पाता और वह नपुंसकता का शिकार हो जाता है लिंग की मांसपेशियों का टूट जाना.

लिंग कमजोर होते जाना

कई लोग हस्तमैथुन (masturbation) करते समय अपने लिंग (penic) को बहुत ही मजबूती से जकड़ लेते है और उसे दबाने या मोड़ने लगते है वे सोचते है की ऐसा करने से वीर्य बाहर नहीं निकलेगा. यह करना सही नहीं है. ऐसा करने से आपको गंभीर समस्या का सामना करना पड़ सकता है. ऐसा करने से आपके लिंग की मांसपेशियां टूट सकती हैं जो की बहुत ही नाजुक होती है. कई बार ऐसा करने से पायरोनी नाम की बीमारी भी हो जाती है. इस बीमारी का असर यह होता है की व्यक्ति का लिंग टेढ़ा हो जाता है. एक बार अगर यह बीमारी हो जाये तो समझ सकते है की आपको कितनी मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है.

खुद के प्रति ग्लानी होना

हम जब भी हस्तमैथुन करते है हस्तमैथुन (Masturbation) करने के बाद हम खुद से घृणा करने लग जाते है. हमें खुद के प्रति मन में ग्लानी होती है. जो की हस्तमैथुन से होने वाला सबसे बड़ा नुकसान है. हम कोई भी काम इसलिए करते है ताकि हमें उस काम को करने के बाद ख़ुशी मिले.
हस्तमैथुन करने के बाद ठीक इसका उल्टा होता है तो फिर हस्तमैथुन करने का फायदा क्या. अगर यह हमें ख़ुशी न दे तो इससे दूर रहना ही सही है. अगर हम अंदर से खुश रहेंगे और हमारे अंदर हमारे लिए Self – Respect होगी इससे हम कोई भी परेशानी या काम को बहुत ही आसानी से कर सकते है.
हमारे अंदर की शक्ति ही हमें मजबूत बनाती है. जिस इंसान के अंदर जितनी अच्छी आदते होंगी वह इन्सान उतना ही मजबूत होगा. जिसके अंदर बुरी आदते होंगी वह उतना ही कमजोर होगा. इसलिए हस्तमैथुन करने से अगर आपको ग्लानी होती है तो इसे छोड़ दे. अगर आप खुद के नजरो में ही गिर जाओगे तो पूरी दुनिया से आप नजर कभी नहीं मिला सकते. हस्तमैथुन करने से मन के अंदर हीन भावना पैदा हो जाती है। इस क्रिया को करने के बाद हस्तमैथुन करने वाला यह सोचता है कि वह इस प्रकार की गलती दुबारा कभी नहीं करेगा परन्तु वह पुरुष अपने मन को काबू न रख पाने की वजह से पुनः हस्तमैथुन की क्रिया करने को मजबूर हो जाता है और इस तरह से हीनभावना के शिंकजे में फंस जाता है। इस रोग को एंजाएटी न्यूरोसिस के नाम से भी जाना जाता है।

लिंग का टेढ़ा हो जाना

कई लोग ऐसे होते हैं जो masturbation के वक्त चरम सीमा तक पहुंच जाते हैं और इसी के दौरान वो अपने लिंग को बहुत मजबूती के साथ पकड़ लेते हैं। लेकिन ऐसा करना खतरे से खाली नहीं है penis muscles बहुत नाजुक होती है और इतने टाइट प्रेशर से ये टूट सकती है जिससे लिंग टेढ़ा हो सकता है।

 

मानसिक तनाव का होना

आप मानो या न मानो पर हस्तमैथुन आपके अंदर टेंशन पैदा करता है. अगर आप हस्तमैथुन करते है तो आपने जरुर यह ध्यान दिया होगा कि हस्तमैथुन के बाद आप बहुत ही बुरा महसूस करते होंगे. हस्तमैथुन आपको काफी मानसिक तनाव (mansik tanav) दे सकता है. यह तनाव ऐसा होता है जिसमे आप खुद को ही दोषी मानने लगते है. अपने बारे में आप बुरा सोचते है. लगातार अगर आप तनाव में रहेंगे तो आप अवसाद (डिप्रेशन) का शिकार हो सकते है.

हर समय टेंशन एवं घबराहट रहना 

हस्तमैथुन करने से कई बार घबराहट भी पैदा होती है. अगर आपका माइंड टेंशन में रहेगा तो आप कोई भी काम सही ढंग से नहीं कर पाओगे. इसलिए अगर टेंशन से दूर रहना है तो हस्तमैथुन को अलविदा कहे. एक बात तो आपको माननी ही पड़ेगी की masturbation आपकी tension increase करने का काम करता है। हस्तमैथून के बाद आपने महसूस किया होगा कि कुछ देर के लिए आपको तनाव या tension हो जाता है।

याददाश्त कमजोर होना

यह रोग नवजवान स्त्री-पुरुषों को होता है। इस रोग से पीड़ित स्त्री तथा पुरुषों की याददास्त बिलकुल नहीं रहती है, मानसिक कमजोरी अधिक होती है, उदास रहते हैं, किसी को भी टकटकी लगाकर देखते हैं, सिर को झुकाकर बैठता है, हाथ-पैर ठंडे और तर पड़ जाते हैं। चरित्र-दोष के लक्षण भी रोगियों में दिखाई पड़ते हैं।

लिंग में सूजन का हो जाना

कई लोग ऐसे होते है जो जल्दीबाजी के चक्कर में बहुत तेजी से हस्तमैथुन (Masturbation)करने लगते है. जिस कारण उनका वीर्य (viry) से पहले निकलने वाला तरल पानी उनके लिंग (ling) की मासपेशियों में चला जाता है. इसका रिजल्ट यह होता है कि व्यक्ति के लिंग में सूजन आने लगती है और तब तक रहती है जब तक वह वापस खून (blood) में न मिल जाये. ऐसा बार – बार होने पर यह गंभीर बन जाता है और यह सूजन आसानी से जाती नहीं है. इसलिए इससे दूर रहने के लिए हस्तमैथुन की लत से ही दूर रहे.
अगर यह लत ही नहीं होगी तो ऐसी कोई भी प्रॉब्लम आपके पास भी नही रहेगी.

लिंग में उत्तेजना का बंद हो जाना

एक पुरुष के लिए इससे शर्मसार बात क्या हो सकती है की उसके लिंग में उत्तेजना होना ही बंद हो जाए. यह आपको मेंटली डिप्रेस्ड कर सकती है. अधिक मात्रा में हस्तमैथुन करने से कई बार लिंग के ऊतक में चोट पहुंच जाती है और इससे ये ऊतक नष्ट होने लगते है. जिससे लिंग में उत्तेजना (uttejana) आना बंद हो जाती है. कई बार तो इससे व्यक्ति को उत्तेजना आना हमेशा के लिए बंद हो जाती है.
अगर आपकी उत्तेजना खत्म हो गई तो आपकी मैरिड लाइफ (Merried life) बर्बाद हो सकती है क्योंकि अगर आप अपनी पत्नी को संतुष्ट नहीं कर पाए तो आप दोनों के रिश्ते पर इसका असर पड़ेगा जो आपके Rishtey को खत्म कर देगा. इसलिए अब यह आपको तय करना है की आपको कौन सा रास्ता चुनना है. हस्तमैथुन की लत पड़ना कुछ लोग हस्तमैथुन करने के आदी हो जाते हैं।
यदि आप हस्तमैथुन के लिए बहुत अधिक समय देते हैं, तो आपका दैनिक जीवन इससे प्रभावित हो सकता है। जैसे - काम या दैनिक गतिविधियों को छोड़ देना काम न करना या स्कूल न जाना दोस्तों या परिवार के साथ समय न बिताना महत्वपूर्ण सामाजिक कार्यक्रमों शामिल न होना हस्तमैथुन की लत पड़ने से आपके रिश्ते और दैनिक जीवन में नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।

बहुत अधिक हस्तमैथुन करने से Ling Size में बदलाव

आपके काम या पढ़ाई में भी बाधा डाल सकता है, जिससे आपके तरक्क़ी में रूकावट आ सकती है। इससे अलावा इससे दोस्ती में भी खटास आ सकती है क्योंकि आप अपने दोस्त के साथ ज्यादा समय व्यतीत नहीं कर पाओगे। शुरुआत में अगर आप masturbation करते हैं तो हफ्ते में एक बार या दो बार करते हैं लेकिन धीरे धीरे आपकी ये आदत लत में बदलने लगती है और ये लत इतनी बढ़ जाती है कि लोग एक दिन में दो दो बार masturbation करने लगते हैं ये बहुत खतरनाक है ।

शीघ्रपतन रोग होने का मुख्य कारण

हस्तमैथुन को शीघ्रपतन रोग होने का सबसे मुख्य कारण माना जाता है क्योंकि हस्तमैथुन करने से स्नायु संस्थान कमजोर हो जाता है और पुरुष संभोग क्रिया के समय वीर्य स्खलन को नियंत्रण करने में असफल हो जाता है बहुत से पुरुष संभोग करने के लिए बार-बार मौका तलाशते रहते हैं। वह रात में भी अपने लिंग के उत्तेजित होते ही स्त्री के साथ संभोग करने लग जाते हैं और दिन में भी मौका मिलते ही संभोग करने लगते हैं। यह स्थिति कुछ समय तक तो ठीक रहती है लेकिन उसके बाद ज्यादा संभोग करने से लिंग मुंड बहुत ज्यादा संवेदनशील हो जाता है और पुरुष शीघ्रपतन का रोगी हो जाता है।
यह इस कारण से होता है क्योंकि शरीर की दूसरी मांसपेशियों की तरह ही लिंग की मांसपेशियां, स्तंभन केंद्र और उत्थान केंद्र और काम-ग्रंथियां एक हद तक ही काम करती हैं। अगर इनसे जरूरत से ज्यादा काम लिया जाता है तो इनमें थकान पैदा हो जाती है। जैसे कोई व्यक्ति अगर लगातार 30-35 किलोमीटर तक चलता रहता है तो उसके पैरों की मांसपेशियां थककर अपना काम करना बंद कर देती हैं और आराम मांगने लगती हैं।

लिंग माँसपेशियों कमजोर होना

मनुष्य का हृदय उसके शरीर का एक ऐसा अंग है जो हर समय चलता रहता है लेकिन एक शोध के आधार पर यह ज्ञात हो चुका है कि बीच-बीच में इसकी मांसपेशियां भी आराम कर लेती हैं। कुछ इसी प्रकार की थकान मनुष्य के सेक्स केंद्र और लिंग की मांसपेशियों में भी होती है। अगर इनको आराम नहीं दिया जाता तो एक दिन उनमें भी थकान के लक्षण पैदा हो जाते हैं। यह लक्षण शीघ्रपतन और नपुंसकता रोग के रूप में प्रकट होते हैं। इसलिए पुरुषों को कभी भी अपनी यौन अंगों से जरूरत से ज्यादा काम नहीं लेना चाहिए।

बार बार सेक्स या हस्तमैथुुन बुरा

जिन पुरुषों को बार-बार संभोग करने की आदत होती है उनको शीघ्रपतन और लिंग में उत्तेजना कम होने का रोग तो होता ही है साथ ही में वह अपनी पत्नी को भी बार-बार संभोग करने की बुरी आदत डाल देते हैं।
लेकिन ऐसे पुरुष एक बात भूल जाते हैं कि अभी तो वह जोश में जो कर रहे हैं वह सही है लेकिन जब एक उम्र के बाद उनके शरीर में या यौन अंगों में इतनी शक्ति नहीं रहेगी तो वह किस तरह से अपनी इस आदत को बनाए रख सकेंगे। पत्नी को तो यह कुछ नहीं पता होगा कि ज्यादा उम्र होने के कारण मेरे पति में अब उतनी ताकत नहीं रही जितनी कि पहले थी। वह तो उस समय भी पति से पहले की ही तरह संभोग करना चाहेगी।
लेकिन अगर पति उस समय अपनी पत्नी से संभोग करने में कटने लगता है तो पत्नी को ऐसा महसूस हो सकता है कि शायद अब मै पहले जितनी कामुक या आकर्षक नहीं रही और वह मन में किसी तरह की कुंठा आदि भर सकती है।
कुछ पत्नियां पति से इस बदले हुए व्यवहार का गलत ही मतलब ले लेती है। उनको लगता है कि शायद मेरे पति किसी और लड़की के चक्कर में पड़ रहे हैं जिसके कारण मुझमें उनकी रुचि अब समाप्त होती जा रही है। ऐसी ही और भी बहुत सी समस्याएं होती हैं जो पति-पत्नी की बसी-बसाई गृहस्थी में बिखराव पैदा कर सकती हैं। इसलिए हर पुरुष को चाहिए कि संभोग को समय के अनुसार ही करे।
वैसे भी कहा जाता है कि अति तो हर चीज की बुरी होती है।

 

शादीशुदा जिंदगी पर बुरा असर

छोटी age में बहुत अधिक हस्तमैथुन कर लेने से शादी के बाद इसका असर दिखने लग जाता है. जब ऐसे लोग संभोग करते है तो उस दौरान उनका स्खलन बहुत ही तेजी से होने लग जाता है. परिणामस्वरूप इससे उनकी पत्नी उनसे नाराज रहने लग जाती है और रिश्ता ख़राब हो जाता है.
ऐसे भी बहुत लोग है जिनका अपने partner के साथ झगड़ा होता रहता है. जिस कारण वे हस्तमैथुन की ओर रूख कर लेते है. लगातार हस्तमैथुन करने से उनको हस्तमैथुन में ही सुख नजर आने लगता है. जो की उनके बुरे समय की शुरुआत होती है. शादी (shadi) के बाद सिर्फ अपने मेरिड लाइफ पर फोकस करे न की हस्तमैथुन पर. हर बार जब भी आप masturbation करते हैं तो एक बात आपने जरूर ध्यान दी होगी और वो ये की जब आप स्खलित होने वाले होते हैं तो आपके मुँह में हर बार किसी ऐसी लड़की का नाम आ जाता जाता है जो आपके करीब हो या आप उसे चाहते हों। ये वाकई बहुत खराब है इससे आपके और उनके बीच के रिश्ते खराब हो सकते हैं।

हस्तमैथुन के अन्य भंयकर दुष्परिणाम

✤ हस्तमैथुन तथा गुदामैथुन के कारण रोगी व्यक्ति के शरीर में वीर्य की कमी हो जाती है तथा उसका वीर्य पतला हो जाता है।

✤ हस्तमैथुन तथा गुदामैथुन के कारण रोगी व्यक्ति को स्वप्नदोष भी हो जाता है जिसके परिणाम स्वरूप रोगी व्यक्ति का स्वास्थ्य गिरने लगता है। इन गलत आदतों के कारण रोगी को कब्ज की शिकायत भी हो जाती है।

✤ हस्तमैथुन तथा गुदामैथुन के कारण रोगी की संभोग क्रिया करने की शक्ति कम हो जाती है या बिल्कुल समाप्त हो जाती है। इन गलत आदतों के कारण रोगी व्यक्ति को सर्दी तथा खांसी बराबर होती रहती है। रोगी व्यक्ति को आंखों से कम दिखाई देने लगता है तथा उसकी आंखों के आस-पास गड्ढे बन जाते हैं।

✤हस्तमैथुन तथा गुदामैथुन के कारण रोगी व्यक्ति की पाचनक्रिया गड़बड़ा जाती है जिसके कारण उसका खाया-पिया शरीर में नहीं लगता है। हस्तमैथुन तथा गुदामैथुन के कारण रोगी का शरीर दुबला-पतला तथा कमजोर हो जाता है। रोगी व्यक्ति की याद्दाश्त भी कमजोर हो जाती है।

✤ हस्तमैथुन तथा गुदामैथुन के कारण रोगी के अण्डकोष ढीले होकर नीचे की ओर लटक जाते हैं। इन गलत आदतों के कारण रोगी के सिर में हर समय दर्द होता रहता है। रोगी व्यक्ति का लिंग टेढ़ा-मेढ़ा हो जाता है।

✤ हस्तमैथुन तथा गुदामैथुन के कारण रोगी व्यक्ति की त्वचा की चमक तथा सौन्दर्य नष्ट हो जाता है।

✤  हस्तमैथुन तथा गुदामैथुन के कारण रोगी उत्साहहीन और जीवन से निराश हो जाता है। इन आदतों के कारण रोगी व्यक्ति के चेहरे का रंग उड़ा-उड़ा सा हो जाता है तथा गाल पिचक जाते हैं। हमेशा उदास सा रहना, किसी काम में मन का न लगना, सुस्ती, कमजोरी, अपंगता और मानसिक कमजोरी आदि के लक्षण वीर्य की कमी में देखे गये हैं। वैसे आम तौर पर कहा जाये तो हस्तमैथुन करना अपवित्र माना जाता है। ज्यादा मात्रा में हस्तमैथुन करने से शुक्राणुओं पर प्रभाव पड़ता है, जिससे आप पिता नहीं बन पाएंगे।

✤ हस्तमैथुन करने से आपके वीर्य की मात्रा घट सकती है। ज्यादा हस्तमैथुन करने से लिंग पर सूजन आ सकती है। अधिक और गलत ढंग से किये गए हस्तमैथुन से लिंग की मांसपेशियों भी टूट सकती है।

✤ हस्तमैथुन करने के बाद खुद पर ग्लानी आती है। ज्यादा हस्तमैथुन करने से लिंग में उत्तेजना समाप्त हो जाती है। हस्तमैथुन करने से अवैध संबध और पार्टनर से झगड़ा होना भी हो सकता है।

✤ ज्यादा हस्तमैथुन करने से शरीर के भागों जैसे पैर, हाथ में कंपन महसूस होने लगती है। महिला में हस्तमैथुन ज्यादा करने से वर्जिनिटी का खतरा रहता है। हस्तमैथुन करने ज्यादा करने से आप काम या गतिविधियों को भी छोड़ सकते है।

✤ हस्तमैथुन करने से पढ़ाई में मन नहीं लगेगा। अपने परिवार के साथ आप समय नहीं बिताएँगे तो आप हस्तमैथुन की लत लग सकती है। हस्तमैथुन आप ज्यादा मात्रा में करेंगे तो आप का शरीर कमजोर हो जाएगा ।

✤ हस्तमैथुन तथा गुदामैथुन के कारण रोगी व्यक्ति के शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता कम हो जाती है जिसके कारण रोगी व्यक्ति को और भी कई रोग होने का डर रहता है जैसे- वीर्य में शुक्राणु की कमी, मिर्गी, पागलपन तथा यक्ष्मा (टी.बी.) आदि।

अब तो आप जान गए है कि Hastmaithun karne ke nuksan, Hani और Muth marne se kya nuksan hota hai. तो आज से इस आदत को छोडें - "Quite Masturbation, Save Health".

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✍ AVS Ayurveda द्वारा आखिरी बार अपडेट किया गया:

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21 Comments

  1. Hastmaithun ke nuksan - Muth marne se kya nuksan hota hai -
    हस्तमैथुन के नुकसान हिन्दी मेें
    जानकारी अच्छी लगी तो लाइक करे

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  2. Replies
    1. आप परेशान ना हो, इसका स्थायी इलाज करना बहुत आसान है
      हस्तमैथुन करने से वीर्य नाश एवं लिंग नसों के नुकसान के कारण होने वाले सभी प्रकार के रोगों एवं कमजोरियों को घरेलू देशी नुस्खोॆं, रामबाण उपायो, आयुर्वेदिक जड़ी बूटियो से दवा, टेबलेट एवं तेल बनाने के तरीके, होम्योपैथिक मेडिसीन, योगा एवं ध्यान द्वारा इलाज, प्राकृतिक चिकित्सा, एक्यूप्रेशर, मसाज और अन्य चिकित्सा पद्धतियों एवं विधियों से घर बैठे इलाज करना सीखने के लिए आचार्य श्री वैद्यनाथ शास्त्री की 36 वर्षों से अधिक हजारों सेक्स रोगियों पर किए इलाज के अनुभवों की एक महान उपयोगी ई-बुक "सभी गुप्त रोगों का इलाज घर बैठे करे" को Pothi.Com से प्राप्त करे ।

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  3. Sir iska ilaj hai kaya sexologist docter se Milna chaiye

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  4. Sar.muht.. Marnay. Kih. Ahdat. Pahr. Jaheih. toh. Eska. Elah. Ha. Koe. . Pilez. Batao.

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  5. Replies
    1. आप परेशान ना हो, इसका स्थायी इलाज करना बहुत आसान है
      हस्तमैथुन करने से वीर्य नाश एवं लिंग नसों के नुकसान के कारण होने वाले सभी प्रकार के रोगों एवं कमजोरियों को घरेलू देशी नुस्खोॆं, रामबाण उपायो, आयुर्वेदिक जड़ी बूटियो से दवा, टेबलेट एवं तेल बनाने के तरीके, होम्योपैथिक मेडिसीन, योगा एवं ध्यान द्वारा इलाज, प्राकृतिक चिकित्सा, एक्यूप्रेशर, मसाज और अन्य चिकित्सा पद्धतियों एवं विधियों से घर बैठे इलाज करना सीखने के लिए आचार्य श्री वैद्यनाथ शास्त्री की 36 वर्षों से अधिक हजारों सेक्स रोगियों पर किए इलाज के अनुभवों की एक महान उपयोगी ई-बुक "सभी गुप्त रोगों का इलाज घर बैठे करे" को Pothi.Com से प्राप्त करे ।

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  6. Apni apni bahen ko patao aur chodo

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  7. आप परेशान ना हो, इसका स्थायी इलाज करना बहुत आसान है
    हस्तमैथुन करने से वीर्य नाश एवं लिंग नसों के नुकसान के कारण होने वाले सभी प्रकार के रोगों एवं कमजोरियों को घरेलू देशी नुस्खोॆं, रामबाण उपायो, आयुर्वेदिक जड़ी बूटियो से दवा, टेबलेट एवं तेल बनाने के तरीके, होम्योपैथिक मेडिसीन, योगा एवं ध्यान द्वारा इलाज, प्राकृतिक चिकित्सा, एक्यूप्रेशर, मसाज और अन्य चिकित्सा पद्धतियों एवं विधियों से घर बैठे इलाज करना सीखने के लिए आचार्य श्री वैद्यनाथ शास्त्री की 36 वर्षों से अधिक हजारों सेक्स रोगियों पर किए इलाज के अनुभवों की एक महान उपयोगी ई-बुक "सभी गुप्त रोगों का इलाज घर बैठे करे" को Pothi.com से प्राप्त करे ।

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